HINDUPANCHANG Telegram 5205
*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*दिनांक - 29 अप्रैल 2024*
*दिन - सोमवार*
*विक्रम संवत् - 2081*
*अयन - उत्तरायण*
*ऋतु - ग्रीष्म*
*मास - वैशाख*
*पक्ष - कृष्ण*
*तिथि - पंचमी प्रातः 07:57 तक तत्पश्चात षष्ठी*
*नक्षत्र - पूर्व आषाढ़ा प्रातः 04:42 तक अप्रैल 30 तत्पश्चात उत्तराषाढ़ा*
*योग- सिद्ध रात्रि 12:26 अप्रैल 30 तक तत्पश्चात साध्य*
*राहु काल - प्रातः 07:48 से प्रातः 09:24 तक*
*सूर्योदय - 06:12*
*सूर्यास्त - 07:00*
*दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:42 से 05:27 तक*
* अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:10 से दोपहर 01:02 तक*
*निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:13 अप्रैल 30 से रात्रि 12:58 अप्रैल 30 तक*
* व्रत पर्व विवरण- परम् पूज्य संत श्री आशारामजी बापू का अवतरण दिवस*
*विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*


*🌹साधकों की सेवा का प्रेरक पर्व : अवतरण दिवस - 29 अप्रैल 2024*

*(परम पूज्य संत श्री आशारामजी महाराज के सत्संग से)*

*🌹जीवन के जितने वर्ष पूरे हुए, उनमें जो भी ज्ञान, शांति, भक्ति थी, आनेवाले वर्ष में हम उससे भी ज्यादा भगवान की तरफ, समता की तरफ, आत्मवैभव की तरफ बढ़ें इसलिए जन्मदिवस मनाया जाता है।*

*🌹‘जन्म’ किसको बोलते हैं? जो अव्यक्त है, छुपा हुआ है वह प्रकट हुआ इसको ‘जन्म’ बोलते हैं। और ‘अवतरण’ किसको बोलते हैं? जो ऊपर से नीचे आये। जैसे राष्ट्रपति अपने पद से नीचे आये और स्टेनोग्राफर को मददरूप हो जाय, उनके साथ मिलकर काम करे-कराये इसको बोलते हैं ‘अवतरण’।*

*कुछ लोग केक काटते हैं, मोमबत्तियाँ फूँकते हैं और फूँक के द्वारा लाखों-लाखों जीवाणु निकलते हैं। यह जन्मदिवस मनाने का पाश्चात्य तरीका है लेकिन हमारी भारतीय संस्कृति में इस तरीके को अस्वीकार कर दिया गया है। तमसो मा ज्योतिर्गमय - हम अंधकार से प्रकाश की तरफ जायें। अंधकारमयी कई योनियों से हम भटकते हुए आये, अब आत्मप्रकाश में जियें।*

*🌹जन्मदिवस मनाने के पीछे उद्देश्य होना चाहिए कि आज तक के जीवन में जो हमने अपने तन के द्वारा सेवाकार्य किया, मन के द्वारा सुमिरन किया और बुद्धि के द्वारा ज्ञान-प्रकाश पाया, अगले साल अपने ज्ञान में परमात्म-तत्त्व के प्रकाश को हम और भी बढ़ायेंगे, सेवा की व्यापकता को बढ़ायेंगे और भगवत्प्रीति को बढ़ायेंगे। ये तीन चीजें हो गयीं तो आपको उन्नत बनाने में आपका यह जन्मदिवस बड़ी सहायता करेगा। परंतु किसीका जन्मदिवस है और झूम बराबर झूम शराबी... पेग पिये और क्लबों में गये तो यह सत्यानाश दिवस साबित हो जाता है।*

*🌹संतों-महापुरुषों की जयंती अथवा भगवान का अवतरण-दिवस रामनवमी, कृष्ण-जन्माष्टमी आदि मनाते हैं तो इससे हमको, समाज को ही फायदा है, हमारी ही आध्यात्मिक तथा भौतिक उन्नति होती है। मैं अपने लिए जन्मदिवस नहीं मनाता लेकिन जन्मदिवस को माध्यम बनाकर हर वर्ष लाखों बच्चों में प्रेरणादायी सुवाक्यवाली कापियाँ बँटती हैं। सत्रह हजार से भी अधिक चल रहे बाल संस्कार केन्द्रों में भोजन-प्रसाद वितरण, भजन-कीर्तन, अच्छे संस्कारों का सिंचन आदि किया जाता है। चौदह सौ से अधिक चल रहीं समितियों में सेवाकार्य करके उत्सव मनाया जाता है।*

*🌹अवतरण-दिवस का यही संदेश है कि आप ‘बहुजनहिताय, बहुजनसुखाय’ कार्य करके स्वयं परमात्मा में विश्रांति पा लो। बाहर से सुख पाने की वासना मिटाओ और सुखस्वरूप में विश्रांति पाते जाओ। समय बहुत तेजी से बीता जा रहा है। पतन का युग बहुत तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। उत्थान चाहनेवाले अपना उत्थान कर लो तो कर लो।*

*🌹पहले बाल-विवाह होता था। एक मुखिया ने अपने बालक के विवाह की व्यवस्था की। अभी मंगलं भगवान विष्णुः... शुरू ही हुआ था कि इतने में बाहर डुगडुगी बजी, बंदरियाँ नचानेवाला आया।*

*बाल दूल्हा उठ खड़ा हुआ, बोला : ‘‘पिताजी! पिताजी! मैं तो बंदरियाँ देखने जाता हूँ।’’*

*पिताजी बोले : ‘‘यह क्या करता है! शादी के फेरे फिर ले।’’*

*🌹वर बोला : ‘‘फेरे तुम फिर लेना, मैं तो बंदरियाँ देखने जाता हूँ।’’ और वह बंदरवालों की डुगडुगी सुनकर भागा।*

*🌹ऐसे ही आप लोग बोलते हो : ‘गुरुजी! तुम पा लेना भगवान को, संसार की डुगडुगियाँ बज रही हैं, हम देखने जा रहे हैं। हम तो केवल आपका जन्मदिवस मनाने आये थे।’ अरे नन्हे बच्चे! हमारा तो कभी जन्म ही नहीं होता जिसको तुम मनाओगे। हमारा कभी जन्म था नहीं, है नहीं, हो सकता नहीं। हाँ, हमारे साधन (शरीर) का जन्म तुम मनाओ। बाकी हमारा तो कभी जन्म ही नहीं हुआ, गुरु महाराज ने दिखा दिया घर में घर।*



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*🌞~ आज का हिन्दू पंचांग ~🌞*
*दिनांक - 29 अप्रैल 2024*
*दिन - सोमवार*
*विक्रम संवत् - 2081*
*अयन - उत्तरायण*
*ऋतु - ग्रीष्म*
*मास - वैशाख*
*पक्ष - कृष्ण*
*तिथि - पंचमी प्रातः 07:57 तक तत्पश्चात षष्ठी*
*नक्षत्र - पूर्व आषाढ़ा प्रातः 04:42 तक अप्रैल 30 तत्पश्चात उत्तराषाढ़ा*
*योग- सिद्ध रात्रि 12:26 अप्रैल 30 तक तत्पश्चात साध्य*
*राहु काल - प्रातः 07:48 से प्रातः 09:24 तक*
*सूर्योदय - 06:12*
*सूर्यास्त - 07:00*
*दिशा शूल - पूर्व दिशा में*
*ब्राह्ममुहूर्त - प्रातः 04:42 से 05:27 तक*
* अभिजीत मुहूर्त - दोपहर 12:10 से दोपहर 01:02 तक*
*निशिता मुहूर्त- रात्रि 12:13 अप्रैल 30 से रात्रि 12:58 अप्रैल 30 तक*
* व्रत पर्व विवरण- परम् पूज्य संत श्री आशारामजी बापू का अवतरण दिवस*
*विशेष - षष्ठी को नीम की पत्ती, फल या दातुन मुँह में डालने से नीच योनियों की प्राप्ति होती है। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)*


*🌹साधकों की सेवा का प्रेरक पर्व : अवतरण दिवस - 29 अप्रैल 2024*

*(परम पूज्य संत श्री आशारामजी महाराज के सत्संग से)*

*🌹जीवन के जितने वर्ष पूरे हुए, उनमें जो भी ज्ञान, शांति, भक्ति थी, आनेवाले वर्ष में हम उससे भी ज्यादा भगवान की तरफ, समता की तरफ, आत्मवैभव की तरफ बढ़ें इसलिए जन्मदिवस मनाया जाता है।*

*🌹‘जन्म’ किसको बोलते हैं? जो अव्यक्त है, छुपा हुआ है वह प्रकट हुआ इसको ‘जन्म’ बोलते हैं। और ‘अवतरण’ किसको बोलते हैं? जो ऊपर से नीचे आये। जैसे राष्ट्रपति अपने पद से नीचे आये और स्टेनोग्राफर को मददरूप हो जाय, उनके साथ मिलकर काम करे-कराये इसको बोलते हैं ‘अवतरण’।*

*कुछ लोग केक काटते हैं, मोमबत्तियाँ फूँकते हैं और फूँक के द्वारा लाखों-लाखों जीवाणु निकलते हैं। यह जन्मदिवस मनाने का पाश्चात्य तरीका है लेकिन हमारी भारतीय संस्कृति में इस तरीके को अस्वीकार कर दिया गया है। तमसो मा ज्योतिर्गमय - हम अंधकार से प्रकाश की तरफ जायें। अंधकारमयी कई योनियों से हम भटकते हुए आये, अब आत्मप्रकाश में जियें।*

*🌹जन्मदिवस मनाने के पीछे उद्देश्य होना चाहिए कि आज तक के जीवन में जो हमने अपने तन के द्वारा सेवाकार्य किया, मन के द्वारा सुमिरन किया और बुद्धि के द्वारा ज्ञान-प्रकाश पाया, अगले साल अपने ज्ञान में परमात्म-तत्त्व के प्रकाश को हम और भी बढ़ायेंगे, सेवा की व्यापकता को बढ़ायेंगे और भगवत्प्रीति को बढ़ायेंगे। ये तीन चीजें हो गयीं तो आपको उन्नत बनाने में आपका यह जन्मदिवस बड़ी सहायता करेगा। परंतु किसीका जन्मदिवस है और झूम बराबर झूम शराबी... पेग पिये और क्लबों में गये तो यह सत्यानाश दिवस साबित हो जाता है।*

*🌹संतों-महापुरुषों की जयंती अथवा भगवान का अवतरण-दिवस रामनवमी, कृष्ण-जन्माष्टमी आदि मनाते हैं तो इससे हमको, समाज को ही फायदा है, हमारी ही आध्यात्मिक तथा भौतिक उन्नति होती है। मैं अपने लिए जन्मदिवस नहीं मनाता लेकिन जन्मदिवस को माध्यम बनाकर हर वर्ष लाखों बच्चों में प्रेरणादायी सुवाक्यवाली कापियाँ बँटती हैं। सत्रह हजार से भी अधिक चल रहे बाल संस्कार केन्द्रों में भोजन-प्रसाद वितरण, भजन-कीर्तन, अच्छे संस्कारों का सिंचन आदि किया जाता है। चौदह सौ से अधिक चल रहीं समितियों में सेवाकार्य करके उत्सव मनाया जाता है।*

*🌹अवतरण-दिवस का यही संदेश है कि आप ‘बहुजनहिताय, बहुजनसुखाय’ कार्य करके स्वयं परमात्मा में विश्रांति पा लो। बाहर से सुख पाने की वासना मिटाओ और सुखस्वरूप में विश्रांति पाते जाओ। समय बहुत तेजी से बीता जा रहा है। पतन का युग बहुत तेज रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। उत्थान चाहनेवाले अपना उत्थान कर लो तो कर लो।*

*🌹पहले बाल-विवाह होता था। एक मुखिया ने अपने बालक के विवाह की व्यवस्था की। अभी मंगलं भगवान विष्णुः... शुरू ही हुआ था कि इतने में बाहर डुगडुगी बजी, बंदरियाँ नचानेवाला आया।*

*बाल दूल्हा उठ खड़ा हुआ, बोला : ‘‘पिताजी! पिताजी! मैं तो बंदरियाँ देखने जाता हूँ।’’*

*पिताजी बोले : ‘‘यह क्या करता है! शादी के फेरे फिर ले।’’*

*🌹वर बोला : ‘‘फेरे तुम फिर लेना, मैं तो बंदरियाँ देखने जाता हूँ।’’ और वह बंदरवालों की डुगडुगी सुनकर भागा।*

*🌹ऐसे ही आप लोग बोलते हो : ‘गुरुजी! तुम पा लेना भगवान को, संसार की डुगडुगियाँ बज रही हैं, हम देखने जा रहे हैं। हम तो केवल आपका जन्मदिवस मनाने आये थे।’ अरे नन्हे बच्चे! हमारा तो कभी जन्म ही नहीं होता जिसको तुम मनाओगे। हमारा कभी जन्म था नहीं, है नहीं, हो सकता नहीं। हाँ, हमारे साधन (शरीर) का जन्म तुम मनाओ। बाकी हमारा तो कभी जन्म ही नहीं हुआ, गुरु महाराज ने दिखा दिया घर में घर।*

BY Hindu Panchang Daily हिन्दू पंचांग 🚩


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The court said the defendant had also incited people to commit public nuisance, with messages calling on them to take part in rallies and demonstrations including at Hong Kong International Airport, to block roads and to paralyse the public transportation system. Various forms of protest promoted on the messaging platform included general strikes, lunchtime protests and silent sit-ins. On June 7, Perekopsky met with Brazilian President Jair Bolsonaro, an avid user of the platform. According to the firm's VP, the main subject of the meeting was "freedom of expression." 6How to manage your Telegram channel? How to Create a Private or Public Channel on Telegram? There have been several contributions to the group with members posting voice notes of screaming, yelling, groaning, and wailing in different rhythms and pitches. Calling out the “degenerate” community or the crypto obsessives that engage in high-risk trading, Co-founder of NFT renting protocol Rentable World emiliano.eth shared this group on his Twitter. He wrote: “hey degen, are you stressed? Just let it out all out. Voice only tg channel for screaming”.
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