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Current Adda ️- करेंट अफेयर्स Current Affairs in Hindi प्रश्न Quiz Questions Online करंट Series Mock Tests SSC UPSC Railway Bank » Telegram Web
– देश में आजादी के बाद यह पहली जातीय जनगणना होगी। इससे पहले 1931 में जातीय जनगणना हुई थी।
फेज वन और टू में इन राज्यों में जनगणना
– पहले फेज की शुरुआत 1 अक्टूबर 2026 से होगी।
इसमें 4 पहाड़ी राज्य- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख शामिल हैं।
– 1 मार्च 2027 से दूसरा फेज शुरू होगा। इसमें देश के बाकी राज्यों में जनगणना शुरू होगी।
डिजिटल माध्यम से होगी जनगणना
– गृह मंत्रालय ने कहा कि आगामी जनगणना मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करते हुए डिजिटल माध्यम से की जाएगी, जहां लोगों को स्व-गणना का प्रावधान भी उपलब्ध कराया जाएगा।
– जाति जनगणना से पहले केंद्र सरकार जातियों की सूची बनाएगी, ताकि सुनियोजित डेटा इक्ट्ठा हो।
– जातियों पर राजनीतिक सहमति के लिए इसे सर्वदलीय बैठक में भी रखा जाएगा।
– जातियों की मान्य सूची जरूरी है, क्योंकि अनुसूचित जाति और जनजाति तो गिनती में हैं। लेकिन अन्य पिछड़े वर्ग की जातियों पर असमंजस है।
– देश में जनगणना की प्रक्रिया 2026 में शुरू होने की संभावना है।
2011 में आंकड़े जारी नहीं हुए
– मनमोहन सिंह सरकार के दौरान 2011 में सामाजिक-आर्थिक और जातिगत जनगणना करवाई गई थी।
– इसे ग्रामीण विकास मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने करवाया था।
– हालांकि इस सर्वेक्षण के आंकड़े कभी भी सार्वजनिक नहीं किए गए।
– ग्रामीण विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर इसके SC-ST हाउसहोल्ड के आंकड़े ही जारी किए गए हैं।
– नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 2023 में सबसे पहले जाति जनगणना की मांग की थी।
जनगणना फॉर्म में 29 कॉलम
– 2011 तक जनगणना फॉर्म में कुल 29 कॉलम होते थे। इनमें नाम, पता, व्यवसाय, शिक्षा, रोजगार और माइग्रेशन जैसे सवालों के साथ केवल SC और ST कैटेगरी से ताल्लुक रखने को रिकॉर्ड किया जाता था।
– अब जाति जनगणना के लिए इसमें एक्स्ट्रा कॉलम जोड़े जा सकते हैं।
पिछली जनगणना 2011 में हुई थी
– देश में पिछली जनगणना वर्ष 2011 में हुई थी। इसे हर 10 साल में किया जाता है।
– इस हिसाब से 2021 में अगली जनगणना होनी थी, लेकिन कोविड-19 के कारण इसे टाल दिया गया था।
फेज वन और टू में इन राज्यों में जनगणना
– पहले फेज की शुरुआत 1 अक्टूबर 2026 से होगी।
इसमें 4 पहाड़ी राज्य- हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख शामिल हैं।
– 1 मार्च 2027 से दूसरा फेज शुरू होगा। इसमें देश के बाकी राज्यों में जनगणना शुरू होगी।
डिजिटल माध्यम से होगी जनगणना
– गृह मंत्रालय ने कहा कि आगामी जनगणना मोबाइल एप्लीकेशन का उपयोग करते हुए डिजिटल माध्यम से की जाएगी, जहां लोगों को स्व-गणना का प्रावधान भी उपलब्ध कराया जाएगा।
– जाति जनगणना से पहले केंद्र सरकार जातियों की सूची बनाएगी, ताकि सुनियोजित डेटा इक्ट्ठा हो।
– जातियों पर राजनीतिक सहमति के लिए इसे सर्वदलीय बैठक में भी रखा जाएगा।
– जातियों की मान्य सूची जरूरी है, क्योंकि अनुसूचित जाति और जनजाति तो गिनती में हैं। लेकिन अन्य पिछड़े वर्ग की जातियों पर असमंजस है।
– देश में जनगणना की प्रक्रिया 2026 में शुरू होने की संभावना है।
2011 में आंकड़े जारी नहीं हुए
– मनमोहन सिंह सरकार के दौरान 2011 में सामाजिक-आर्थिक और जातिगत जनगणना करवाई गई थी।
– इसे ग्रामीण विकास मंत्रालय, शहरी विकास मंत्रालय और गृह मंत्रालय ने करवाया था।
– हालांकि इस सर्वेक्षण के आंकड़े कभी भी सार्वजनिक नहीं किए गए।
– ग्रामीण विकास मंत्रालय की वेबसाइट पर इसके SC-ST हाउसहोल्ड के आंकड़े ही जारी किए गए हैं।
– नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने 2023 में सबसे पहले जाति जनगणना की मांग की थी।
जनगणना फॉर्म में 29 कॉलम
– 2011 तक जनगणना फॉर्म में कुल 29 कॉलम होते थे। इनमें नाम, पता, व्यवसाय, शिक्षा, रोजगार और माइग्रेशन जैसे सवालों के साथ केवल SC और ST कैटेगरी से ताल्लुक रखने को रिकॉर्ड किया जाता था।
– अब जाति जनगणना के लिए इसमें एक्स्ट्रा कॉलम जोड़े जा सकते हैं।
पिछली जनगणना 2011 में हुई थी
– देश में पिछली जनगणना वर्ष 2011 में हुई थी। इसे हर 10 साल में किया जाता है।
– इस हिसाब से 2021 में अगली जनगणना होनी थी, लेकिन कोविड-19 के कारण इसे टाल दिया गया था।
भारत ने चार साल बाद जून 2025 में किसे उत्तर कोरिया में अगला राजदूत नियुक्त किया?
Anonymous Quiz
45%
अलीआवती लॉन्गकुमेर
22%
बी. मुथम्मा
31%
विक्रम दोराईस्वामी
3%
रुचिरा कंबोज
– अलीआवती 2008 बैच की भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं।
– यह नियुक्ति भारत और उत्तर कोरिया के बीच राजनयिक संवाद को फिर से सक्रिय करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
– अभी अलीआवती पैराग्वे में भारतीय दूतावास के प्रभारी है।
– भारत ने 2 जुलाई 2021 को उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में अपना दूतावास बंद कर दिया था। इसकी वजह कोविड-19 महामारी से संबंधित व्यवधान था।
– उस वक्त वहां अतुल गोतसुर्वे बतौर राजदूत तैनात थे।
– इससे पहले भारत ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का पालन करने के लिए 2017 में उत्तर कोरिया के साथ सभी व्यापार रोक दिए थे, लेकिन राजनयिक संबंध नहीं तोड़े। यह रिश्ता रणनीतिक चिंताओं, खासकर पाकिस्तान के मिसाइल विकास कार्यक्रम को प्योंगयांग के ऐतिहासिक समर्थन से जुड़ा है।
– उत्तर कोरिया चीन पर निर्भर है।
तानाशाह: किम जोंग उनआबादी: 26.5 मिलियन (2024)
मुद्रा: उत्तर कोरियाई वॉनभाषा: कोरियाई
पड़ोसी देश: चीन, रूस और कोरिया!
– यह नियुक्ति भारत और उत्तर कोरिया के बीच राजनयिक संवाद को फिर से सक्रिय करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
– अभी अलीआवती पैराग्वे में भारतीय दूतावास के प्रभारी है।
– भारत ने 2 जुलाई 2021 को उत्तर कोरिया की राजधानी प्योंगयांग में अपना दूतावास बंद कर दिया था। इसकी वजह कोविड-19 महामारी से संबंधित व्यवधान था।
– उस वक्त वहां अतुल गोतसुर्वे बतौर राजदूत तैनात थे।
– इससे पहले भारत ने संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों का पालन करने के लिए 2017 में उत्तर कोरिया के साथ सभी व्यापार रोक दिए थे, लेकिन राजनयिक संबंध नहीं तोड़े। यह रिश्ता रणनीतिक चिंताओं, खासकर पाकिस्तान के मिसाइल विकास कार्यक्रम को प्योंगयांग के ऐतिहासिक समर्थन से जुड़ा है।
– उत्तर कोरिया चीन पर निर्भर है।
तानाशाह: किम जोंग उनआबादी: 26.5 मिलियन (2024)
मुद्रा: उत्तर कोरियाई वॉनभाषा: कोरियाई
पड़ोसी देश: चीन, रूस और कोरिया!
किस देश की अंतरराष्ट्रीय महिला क्रिकेटर सोफी डिवाइन ने वनडे से संन्यास का ऐलान कर दिया है?
Anonymous Quiz
24%
ऑस्ट्रेलिया
21%
भारत
49%
न्यूजीलैंड
6%
इंग्लैंड
– न्यूजीलैंड विमेंस की कप्तान सोफी डिवाइन ने 17 जून 2025 को वनडे फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा की।
– 35 वर्षीय सोफी डिवाइन T-20 खेलती रहेंगी।
– डिवाइन ने वनडे में 2006 में डेबयू किया था।
– उनके नाम 8 वनडे शतक हैं। 152 मैच खेले जिसमें 3990 रन बनाए और 107 विकेट लिए।
– 35 वर्षीय सोफी डिवाइन T-20 खेलती रहेंगी।
– डिवाइन ने वनडे में 2006 में डेबयू किया था।
– उनके नाम 8 वनडे शतक हैं। 152 मैच खेले जिसमें 3990 रन बनाए और 107 विकेट लिए।
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2025 की विजेता टीम कौन रही?
Anonymous Quiz
9%
न्यूजीलैंड
14%
इंग्लैंड
24%
ऑस्ट्रेलिया
53%
साउथ अफ्रीका
– साउथ अफ्रीका की क्रिकेट टीम ने ‘चोकर्स’ का दाग आखिरकार हटाकर ‘वर्ल्ड चैंपियन’ का टैग हासिल कर लिया।
– 14 जून 2025 को लंदन के लॉर्ड्स स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में तीनों फॉर्मेट में 8 बार की वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर ये खिताब जीता।
– साउथ अफ्रीका ने 282 रन का टारगेट 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
– साउथ अफ्रीका के ऐडन मार्करम ने 136 रन बनाए, जबकि कप्तान टेम्बा बावुमा ने 66 रन की पारी खेली।
– साउथ अफ्रीका क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बना है।
– इतना ही नहीं, टीम ने 27 साल के बाद कोई ICC टूर्नामेंट जीता है।
– टीम ने 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी।
– 14 जून 2025 को लंदन के लॉर्ड्स स्टेडियम में हुए फाइनल मुकाबले में तीनों फॉर्मेट में 8 बार की वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हराकर ये खिताब जीता।
– साउथ अफ्रीका ने 282 रन का टारगेट 5 विकेट खोकर हासिल कर लिया।
– साउथ अफ्रीका के ऐडन मार्करम ने 136 रन बनाए, जबकि कप्तान टेम्बा बावुमा ने 66 रन की पारी खेली।
– साउथ अफ्रीका क्रिकेट के किसी भी फॉर्मेट में पहली बार वर्ल्ड चैंपियन बना है।
– इतना ही नहीं, टीम ने 27 साल के बाद कोई ICC टूर्नामेंट जीता है।
– टीम ने 1998 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी।
मेरिलबोन क्रिकेट क्लब ने किस कैच पकड़ने के नियमों में बदलाव किए हैं?
Anonymous Quiz
24%
बाउंड्री के अंदर कैच पकड़ने
46%
बाउंड्री पर कैच पकड़ने
27%
विकेट कीपर के कैच पकड़ने
3%
बॉलर के कैच पकड़ने
मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब
– मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था है, जो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के लिए नियम बनाती है।
– 1993 तक, एमसीसी क्रिकेट के लिए वैश्विक शासी निकाय था, लेकिन अब वह नियमों और खेल भावना का संरक्षक है।
– ICC नियमों को लागू करता है, लेकिन वे एमसीसी द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।
– मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब ने बाउंड्री पर कैच पकड़ने के नियमों में बदलाव किए हैं।
– ये बाउंड्री से बाहर जाकर बॉल उछालने पर लिए जाने वाले कैच से संबंधित हैं।
– यह बदलाव MCC अक्टूबर 2026 से शामिल करेगा।
– जबकि ICC ने 17 जून 2025 से श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच होने वाले टेस्ट मैच में यह नियम लागू कर दिया है।
बाउंड्री के बाहर बॉल उछाली तो 2 कंडीशन रहेंगी
– पहली- पहले कई मौकों पर बाउंड्री पर खड़े खिलाड़ी हवा में जा रही गेंद को एक बार बाउंड्री के अंदर रहते हुए उछाल देते थे, फिर बाउंड्री पार करके हवा में उछाल देते थे और बाउंड्री के अंदर आकर कैच ले लेते थे। अब इसे कैच नहीं माना जाएगा और बल्लेबाज को रन मिलेगा।
– दूसरी- किसी खिलाड़ी ने बाउंड्री के बाहर जाकर हवा में उछलकर बॉल अंदर फेंकी, फिर दूसरे खिलाड़ी ने कैच किया तो यह तभी मान्य होगा जब बॉल उछालने वाला खिलाड़ी भी बाउंड्री के अंदर हो।
बिग बैश लीग में बाउंड्री कैच पर उठा था सवाल
– 2023 में बिग बैश लीग (BBL) में माइकल नेसेर ने बाउंड्री पर एक कैच पकड़ा था, जिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद ही ICC ने मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) को कैच के नियमों की समीक्षा करने के लिए कहा था।
– नेसेर के कैच के बारे में बताते हुए MCC ने कहा कि फील्डर ने बाउंड्री के अंदर कैच पूरा करने से पहले “बनी हॉप” किया।
– बनी हॉप मतलब जब कोई खिलाड़ी बाउंड्री के बाहर जाने के बाद हवा में उछलकर गेंद को अंदर फेंककर कैच पकड़ता है।
– हालांकि यह नियम के मुताबिक था, लेकिन नोट में कहा गया कि ऐसा लगा कि हकीकत में फील्डर ने बाउंड्री के काफी बाहर जाकर गेंद को उछाला और फिर कैच लिया था।
2020 में भी उठा था सवाल
– वर्ष 2020 में BBL में हॉबर्ट हरिकेंस और ब्रिसबेन हीट के बीच खेले गए मैच के दौरान भी मैथ्यू वेड के बाउंड्री पर कैच आउट होने को लेकर सवाल उठे थे। – दरअसल पहली पारी में हॉबर्ट हरिकेंस के कप्तान वेड ने 15वें ओवर की चौथी गेंद पर बाउंड्री पर शॉट खेल दिया।
– बाउंड्री पर खड़े ब्रिसबेन हीट के मैट रैनशॉ ने हवा में उड़कर गेंद को अंदर की ओर फेंक दिया, जिसे उनके साथी खिलाड़ी टॉम बंटन ने कैच कर लिया।
– थर्ड अंपायर ने वेड को आउट करार दिया। हालांकि मैट रैनशॉ बाउंड्री के बाहर ही गिर गए।
– इस कैच को लेकर भी सवाल उठे थे।
– मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था है, जो अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के लिए नियम बनाती है।
– 1993 तक, एमसीसी क्रिकेट के लिए वैश्विक शासी निकाय था, लेकिन अब वह नियमों और खेल भावना का संरक्षक है।
– ICC नियमों को लागू करता है, लेकिन वे एमसीसी द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।
– मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब ने बाउंड्री पर कैच पकड़ने के नियमों में बदलाव किए हैं।
– ये बाउंड्री से बाहर जाकर बॉल उछालने पर लिए जाने वाले कैच से संबंधित हैं।
– यह बदलाव MCC अक्टूबर 2026 से शामिल करेगा।
– जबकि ICC ने 17 जून 2025 से श्रीलंका और बांग्लादेश के बीच होने वाले टेस्ट मैच में यह नियम लागू कर दिया है।
बाउंड्री के बाहर बॉल उछाली तो 2 कंडीशन रहेंगी
– पहली- पहले कई मौकों पर बाउंड्री पर खड़े खिलाड़ी हवा में जा रही गेंद को एक बार बाउंड्री के अंदर रहते हुए उछाल देते थे, फिर बाउंड्री पार करके हवा में उछाल देते थे और बाउंड्री के अंदर आकर कैच ले लेते थे। अब इसे कैच नहीं माना जाएगा और बल्लेबाज को रन मिलेगा।
– दूसरी- किसी खिलाड़ी ने बाउंड्री के बाहर जाकर हवा में उछलकर बॉल अंदर फेंकी, फिर दूसरे खिलाड़ी ने कैच किया तो यह तभी मान्य होगा जब बॉल उछालने वाला खिलाड़ी भी बाउंड्री के अंदर हो।
बिग बैश लीग में बाउंड्री कैच पर उठा था सवाल
– 2023 में बिग बैश लीग (BBL) में माइकल नेसेर ने बाउंड्री पर एक कैच पकड़ा था, जिस पर सवाल उठे थे। इसके बाद ही ICC ने मेरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) को कैच के नियमों की समीक्षा करने के लिए कहा था।
– नेसेर के कैच के बारे में बताते हुए MCC ने कहा कि फील्डर ने बाउंड्री के अंदर कैच पूरा करने से पहले “बनी हॉप” किया।
– बनी हॉप मतलब जब कोई खिलाड़ी बाउंड्री के बाहर जाने के बाद हवा में उछलकर गेंद को अंदर फेंककर कैच पकड़ता है।
– हालांकि यह नियम के मुताबिक था, लेकिन नोट में कहा गया कि ऐसा लगा कि हकीकत में फील्डर ने बाउंड्री के काफी बाहर जाकर गेंद को उछाला और फिर कैच लिया था।
2020 में भी उठा था सवाल
– वर्ष 2020 में BBL में हॉबर्ट हरिकेंस और ब्रिसबेन हीट के बीच खेले गए मैच के दौरान भी मैथ्यू वेड के बाउंड्री पर कैच आउट होने को लेकर सवाल उठे थे। – दरअसल पहली पारी में हॉबर्ट हरिकेंस के कप्तान वेड ने 15वें ओवर की चौथी गेंद पर बाउंड्री पर शॉट खेल दिया।
– बाउंड्री पर खड़े ब्रिसबेन हीट के मैट रैनशॉ ने हवा में उड़कर गेंद को अंदर की ओर फेंक दिया, जिसे उनके साथी खिलाड़ी टॉम बंटन ने कैच कर लिया।
– थर्ड अंपायर ने वेड को आउट करार दिया। हालांकि मैट रैनशॉ बाउंड्री के बाहर ही गिर गए।
– इस कैच को लेकर भी सवाल उठे थे।
सस्टेनेबल गैस्ट्रोनॉमी (टिकाऊ पाककला) डे कब मनाया जाता है?
Anonymous Quiz
11%
18 June
48%
19 June
26%
20 June
15%
21 June
– संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) ने इस दिवस को 21 दिसंबर 2016 को अपनाया था।
– इस दिन का उद्देश्य स्थायी भोजन की खपत से जुड़ी प्रथाओं को पहचानना है।
– गैस्ट्रोनॉमी को भोजन की कला भी कहा जाता है। यह किसी विशेष क्षेत्र से खाना पकाने की शैली का भी उल्लेख कर सकता है।
– इस दिन का उद्देश्य स्थायी भोजन की खपत से जुड़ी प्रथाओं को पहचानना है।
– गैस्ट्रोनॉमी को भोजन की कला भी कहा जाता है। यह किसी विशेष क्षेत्र से खाना पकाने की शैली का भी उल्लेख कर सकता है।
RBI ने द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा (मई 2025) में रेपो रेट को कितना बेसिस प्वाइंट घटाकर 5.50% कर दिया?
Anonymous Quiz
10%
75
63%
50
22%
25
4%
5
– भारतीय रिजर्व बैंक की मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी (MPC) की बैठक 6 जून 2025 को हुई।
– बैठक के बाद RBI ने मई 2025 में रेपो रेट दर को 50 बेसिस प्वाइंट घटाकर 6% से 5.50% कर दिया।
– विकास को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दर में 50 आधार अंकों की कटौती की।
– RBI ने दिसंबर 2024 तक 11वीं बार नीतिगत रेपो दर को 6.50% पर अपरिवर्तित रखा था।
नोट : RBI ने अप्रैल 2025 में 25 बेसिस प्वाइंट की कटोटी की थी। जब रेपो रेट दर 6.25% से घटकर 6% कर दिया था।
क्यों कम किया गया रेपो रेट
– दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रिसिप्रोकल टैरिफ (जैसे को तैयार आयात कर) की घोषणा की वजह से दुनिया में अनिश्चितता का माहौल हो गया है।
– कई विशेषज्ञ इसकी वजह से दुनिया में मंदी की भविष्यवाणी कर रहे हैं। ज्यादा टैरिफ की वजह से महंगाई दर बढ़ सकती है।
– आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा, “वैश्विक आर्थिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। वित्त वर्ष 26 की शुरुआत चिंताजनक रही है और कुछ वैश्विक ट्रेड वॉर सच हो रहे हैं।
रेपो रेट (Repurchase Rate or Repo Rate) क्या है?
– आसान भाषा में कहें, तो बैंक हमें कर्ज देते हैं और उस कर्ज पर हमें ब्याज देना पड़ता है।
– ठीक वैसे ही बैंकों को भी अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए भारी-भरकम रकम की जरूरत पड़ जाती है और वे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कर्ज लेते हैं।
– इस लोन पर रिजर्व बैंक जिस दर से उनसे ब्याज वसूल करता है, उसे रेपो रेट कहते हैं।
रेपो रेट से आम आदमी पर क्या पड़ता है प्रभाव
– RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है।
– जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है।
– जब बैंकों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होगा यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं।
– और यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे।
रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate)
– यह, रेपो रेट से उलट होता है।
– बैंकों के पास जब दिन-भर के कामकाज के बाद बड़ी रकम बची रह जाती है, तो उस रकम को रिजर्व बैंक में रख देते हैं।
– इस रकम पर आरबीआई उन्हें ब्याज देता है।
– रिजर्व बैंक इस रकम पर जिस दर से ब्याज देता है, उसे रिवर्स रेपो रेट कहते हैं।
– 6 सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति के पदेन अध्यक्ष – आरबीआई गवर्नर (संजय मल्होत्रा)
– बैठक के बाद RBI ने मई 2025 में रेपो रेट दर को 50 बेसिस प्वाइंट घटाकर 6% से 5.50% कर दिया।
– विकास को बढ़ावा देने के लिए ब्याज दर में 50 आधार अंकों की कटौती की।
– RBI ने दिसंबर 2024 तक 11वीं बार नीतिगत रेपो दर को 6.50% पर अपरिवर्तित रखा था।
नोट : RBI ने अप्रैल 2025 में 25 बेसिस प्वाइंट की कटोटी की थी। जब रेपो रेट दर 6.25% से घटकर 6% कर दिया था।
क्यों कम किया गया रेपो रेट
– दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रिसिप्रोकल टैरिफ (जैसे को तैयार आयात कर) की घोषणा की वजह से दुनिया में अनिश्चितता का माहौल हो गया है।
– कई विशेषज्ञ इसकी वजह से दुनिया में मंदी की भविष्यवाणी कर रहे हैं। ज्यादा टैरिफ की वजह से महंगाई दर बढ़ सकती है।
– आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा ने कहा, “वैश्विक आर्थिक परिदृश्य तेजी से बदल रहा है। वित्त वर्ष 26 की शुरुआत चिंताजनक रही है और कुछ वैश्विक ट्रेड वॉर सच हो रहे हैं।
रेपो रेट (Repurchase Rate or Repo Rate) क्या है?
– आसान भाषा में कहें, तो बैंक हमें कर्ज देते हैं और उस कर्ज पर हमें ब्याज देना पड़ता है।
– ठीक वैसे ही बैंकों को भी अपने रोजमर्रा के कामकाज के लिए भारी-भरकम रकम की जरूरत पड़ जाती है और वे भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) से कर्ज लेते हैं।
– इस लोन पर रिजर्व बैंक जिस दर से उनसे ब्याज वसूल करता है, उसे रेपो रेट कहते हैं।
रेपो रेट से आम आदमी पर क्या पड़ता है प्रभाव
– RBI के पास रेपो रेट के रूप में महंगाई से लड़ने का एक शक्तिशाली टूल है।
– जब महंगाई बहुत ज्यादा होती है तो, RBI रेपो रेट बढ़ाकर इकोनॉमी में मनी फ्लो को कम करने की कोशिश करता है।
– जब बैंकों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध होगा यानी रेपो रेट कम होगा तो वो भी अपने ग्राहकों को सस्ता कर्ज दे सकते हैं।
– और यदि रिजर्व बैंक रेपो रेट बढ़ाएगा तो बैंकों के लिए कर्ज लेना महंगा हो जाएगा और वे अपने ग्राहकों के लिए कर्ज महंगा कर देंगे।
रिवर्स रेपो रेट (Reverse Repo Rate)
– यह, रेपो रेट से उलट होता है।
– बैंकों के पास जब दिन-भर के कामकाज के बाद बड़ी रकम बची रह जाती है, तो उस रकम को रिजर्व बैंक में रख देते हैं।
– इस रकम पर आरबीआई उन्हें ब्याज देता है।
– रिजर्व बैंक इस रकम पर जिस दर से ब्याज देता है, उसे रिवर्स रेपो रेट कहते हैं।
– 6 सदस्यीय मौद्रिक नीति समिति के पदेन अध्यक्ष – आरबीआई गवर्नर (संजय मल्होत्रा)
हेट स्पिच का मुकाबला करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस कब मनाया जाता है?
Anonymous Quiz
16%
21 जून
47%
20 जून
28%
19 जून
9%
18 जून
– यह दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित है।
– संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुसार, हेट स्पीच किसी भी प्रकार का भाषण या लेखन है, जो धर्म, जातीयता, राष्ट्रीयता, नस्ल, रंग, वंश, लिंग, या किसी अन्य पहचान कारक के आधार पर किसी व्यक्ति या समूह पर हमला करता है।
– संयुक्त राष्ट्र (UN) के अनुसार, हेट स्पीच किसी भी प्रकार का भाषण या लेखन है, जो धर्म, जातीयता, राष्ट्रीयता, नस्ल, रंग, वंश, लिंग, या किसी अन्य पहचान कारक के आधार पर किसी व्यक्ति या समूह पर हमला करता है।
भारत ने पहले ध्रुवीय अनुसंधान वाहन (PRV) को स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्माण करने के लिए किस देश की कंपनी कोंग्सबर्ग के साथ समझौता किया?
Anonymous Quiz
11%
फ्रांस
54%
स्वीडन
29%
नॉर्वे
5%
रूस
– कोलकाता स्थित गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) ने 3 जून 2025 को नॉर्वे की कंपनी कोंग्सबर्ग के साथ एक समझौता किया।
– यह समझौता भारत के पहले ध्रुवीय अनुसंधान वाहन (PRV) को स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्माण करने के लिए किया गया है।
– नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन (MoU) पर साइन किए गए।
ध्रुवीय अनुसंधान वाहन (PRV)
– ध्रुवीय अनुसंधान वाहन (PRV) एक खास जहाज होता है जिसे बर्फीले इलाकों जैसे अंटार्कटिका और आर्कटिक में शोध के लिए उपयोग किया जाता है।
– यह जहाज आधुनिक उपकरणों से लैस होता है, जिससे वैज्ञानिक समुद्र की गहराइयों और वहां के जीवों व पर्यावरण का अध्ययन करते हैं।
– इन ठंडे क्षेत्रों में शोध करना इसलिए जरूरी है क्योंकि यहां जलवायु परिवर्तन, समुद्री जीवन और धरती की बनावट से जुड़ी अहम जानकारियाँ मिलती हैं।
– PRV वैज्ञानिकों को ऐसा शोध करने के लिए ज़रूरी साधन और सुविधाएँ देता है।
नार्वे
– राजधानी: ओस्लो
– सम्राट: हेराल्ड वी
– प्रधानमंत्री: जोनास गहर स्टोर
– मुद्रा: नॉर्वेजियन क्रोन
– पड़ोसी देश: स्वीडेन, फिनलैंड, रूस
– यह समझौता भारत के पहले ध्रुवीय अनुसंधान वाहन (PRV) को स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्माण करने के लिए किया गया है।
– नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में केंद्रीय बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की मौजूदगी में समझौता ज्ञापन (MoU) पर साइन किए गए।
ध्रुवीय अनुसंधान वाहन (PRV)
– ध्रुवीय अनुसंधान वाहन (PRV) एक खास जहाज होता है जिसे बर्फीले इलाकों जैसे अंटार्कटिका और आर्कटिक में शोध के लिए उपयोग किया जाता है।
– यह जहाज आधुनिक उपकरणों से लैस होता है, जिससे वैज्ञानिक समुद्र की गहराइयों और वहां के जीवों व पर्यावरण का अध्ययन करते हैं।
– इन ठंडे क्षेत्रों में शोध करना इसलिए जरूरी है क्योंकि यहां जलवायु परिवर्तन, समुद्री जीवन और धरती की बनावट से जुड़ी अहम जानकारियाँ मिलती हैं।
– PRV वैज्ञानिकों को ऐसा शोध करने के लिए ज़रूरी साधन और सुविधाएँ देता है।
नार्वे
– राजधानी: ओस्लो
– सम्राट: हेराल्ड वी
– प्रधानमंत्री: जोनास गहर स्टोर
– मुद्रा: नॉर्वेजियन क्रोन
– पड़ोसी देश: स्वीडेन, फिनलैंड, रूस
किस देश ने PM मोदी को ‘ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III’ से सम्मानित किया?
Anonymous Quiz
48%
साइप्रस
25%
तुर्की
24%
सीरिया
4%
लेबनान
– प्रधानमंत्री 15 जून 2025 को दो दिवसीय दौरे पर साइप्रस पहुंचे थे।
– यहां 16 जून 2025 को साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह पुरस्कार प्रदान किया।
– अवॉर्ड का नाम साइप्रस के प्रथम राष्ट्रपति आर्कबिशप मकारियोस तृतीय के नाम पर रखा गया है।
– यह साइप्रस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
– नरेंद्र मोदी को कई देशों से सर्वोच्च सम्मान मिल चुका है।
आतंकवाद के खिलाफ साइप्रस भारत के साथ
– पीएम मोदी और राष्ट्रपति निकोस ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, ‘हमने द्विपक्षीय संबंधों, भारत-यूरोपीय संघ के रिश्तों और IMEEC कॉरिडोर (India-Middle East-Europe Economic Corridor) पर भी बात की।
व्यापार
– साइप्रस लंबे समय से हमारा भरोसेमंद साझेदार रहा है और यहां से भारत में काफी निवेश हुआ है। कई भारतीय कंपनियां भी साइप्रस आई हैं और साइप्रस को यूरोप के प्रवेश द्वार के रूप में देखा है। आज आपसी व्यापार 150 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
साइप्रस
– यह भूमध्य सागर से घिरा हुआ देश है।
– राजधानी: निकोसिया
– आबादी: 13.4 लाख (2023)
– मुद्रा: यूरो
– भाषा: ग्रीक और तुर्की
– समुद्री सीमा से जुड़ा पड़ोसी देश: ग्रीस, तुर्की, सीरिया, लेबनान, इज़राइल, फिलिस्तीन और मिस्र
– यहां 16 जून 2025 को साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को यह पुरस्कार प्रदान किया।
– अवॉर्ड का नाम साइप्रस के प्रथम राष्ट्रपति आर्कबिशप मकारियोस तृतीय के नाम पर रखा गया है।
– यह साइप्रस का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है।
– नरेंद्र मोदी को कई देशों से सर्वोच्च सम्मान मिल चुका है।
आतंकवाद के खिलाफ साइप्रस भारत के साथ
– पीएम मोदी और राष्ट्रपति निकोस ने जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस की। उन्होंने कहा, ‘हमने द्विपक्षीय संबंधों, भारत-यूरोपीय संघ के रिश्तों और IMEEC कॉरिडोर (India-Middle East-Europe Economic Corridor) पर भी बात की।
व्यापार
– साइप्रस लंबे समय से हमारा भरोसेमंद साझेदार रहा है और यहां से भारत में काफी निवेश हुआ है। कई भारतीय कंपनियां भी साइप्रस आई हैं और साइप्रस को यूरोप के प्रवेश द्वार के रूप में देखा है। आज आपसी व्यापार 150 मिलियन डॉलर तक पहुंच गया है।
साइप्रस
– यह भूमध्य सागर से घिरा हुआ देश है।
– राजधानी: निकोसिया
– आबादी: 13.4 लाख (2023)
– मुद्रा: यूरो
– भाषा: ग्रीक और तुर्की
– समुद्री सीमा से जुड़ा पड़ोसी देश: ग्रीस, तुर्की, सीरिया, लेबनान, इज़राइल, फिलिस्तीन और मिस्र
तीनों सेनाओं की महिला जलयात्रा नौकायन अभियान की टीम जून 2025 में किस देश की अंतरराष्ट्रीय यात्रा पूरी करके स्वदश लौटी?
Anonymous Quiz
24%
सेशेल्स
41%
मालदीव
26%
मॉरीशस
9%
मेडागास्कर