•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
न तेरी कहानी है ,न किरदार है तेरे!
मसरूफियती ज़िंदगी में, आप इतवार है मेरे!
~अभिराइट्स🪶⭐
🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️
न तेरी कहानी है ,न किरदार है तेरे!
मसरूफियती ज़िंदगी में, आप इतवार है मेरे!
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•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
तुझ पर मैं अपना हक़ जताऊं
इतना मुझ को कहां आता है...??
हां मरते दम तक मैं तेरी हो जाऊं
इतना मेरा ख़ुद से वादा है...!!
🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️
तुझ पर मैं अपना हक़ जताऊं
इतना मुझ को कहां आता है...??
हां मरते दम तक मैं तेरी हो जाऊं
इतना मेरा ख़ुद से वादा है...!!
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•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
कब कहाँ किसी हकीम से इश्क़ का मर्ज़ सुधरता है;
मुहब्ब्त की सीढियां जो चढ़ता है वही उतरता है!
~⭐🩷
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कब कहाँ किसी हकीम से इश्क़ का मर्ज़ सुधरता है;
मुहब्ब्त की सीढियां जो चढ़ता है वही उतरता है!
~⭐🩷
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•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
कौन अपने कौन पराए,
छोड़ो ये बेकार की बाते।।
#untold_feelings
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कौन अपने कौन पराए,
छोड़ो ये बेकार की बाते।।
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•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
चलो इस दिल की बात करते है,
लिए बिना नाम ये दिल तुम्हारे नाम करते है।।
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
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चलो इस दिल की बात करते है,
लिए बिना नाम ये दिल तुम्हारे नाम करते है।।
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
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•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
अभी तो दो थी ज़ख्म दिए यार ने और हम टूट गए...
मुर्शद अभी तो छ्लनी होना बाक़ी है...!!🙃
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अभी तो दो थी ज़ख्म दिए यार ने और हम टूट गए...
मुर्शद अभी तो छ्लनी होना बाक़ी है...!!🙃
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•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
बुरे दिनों की शुरुआत मोहब्बत से होती है...
जिसका अंत ख़ुद इंतिक़ाल है मेरे दोस्त...!!
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बुरे दिनों की शुरुआत मोहब्बत से होती है...
जिसका अंत ख़ुद इंतिक़ाल है मेरे दोस्त...!!
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•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
पंडित ने हाथ देख के कहा था
तेरी मोहब्बत दगा देगी...
हम ने हस के बोला पंडित झूठ बोलता है
मेरा यार बहुत भोला है...!!
🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️
पंडित ने हाथ देख के कहा था
तेरी मोहब्बत दगा देगी...
हम ने हस के बोला पंडित झूठ बोलता है
मेरा यार बहुत भोला है...!!
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•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
घर के कहते अब तेरा हंसना नहीं होता है...
कौन कहे भरोसा टूटने पर इंसान मर जाता है...!!
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घर के कहते अब तेरा हंसना नहीं होता है...
कौन कहे भरोसा टूटने पर इंसान मर जाता है...!!
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•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
इतनी बुरी नहीं थी मैं
ये सज़ा किस बात की मिली मुझे..??
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इतनी बुरी नहीं थी मैं
ये सज़ा किस बात की मिली मुझे..??
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•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
बहुत बेशर्मी वाली मोहब्बत है मेरी
महबूब तड़पाकर दम निकाल रहा हम तब भी मुस्कुरा रहे हैं.....!!
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बहुत बेशर्मी वाली मोहब्बत है मेरी
महबूब तड़पाकर दम निकाल रहा हम तब भी मुस्कुरा रहे हैं.....!!
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Forwarded from #𝔪_𝔯𝔴𝔯𝔦𝔱𝔢𝔯 (Pʀᴀsʜᴀɴᴛ)
डूबता हुआ सूरज ,
उम्मीद है एक नए सवेरे की।।
अस्त होना उसका धर्म है,
उससे सबक लेना हमारा कर्म है,
ढलते सूरज की अब तरह बन जाना है,
सारे दुखो को भूल सुबह नई किरण सी जगाना है,
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
#m_rwriter
उम्मीद है एक नए सवेरे की।।
अस्त होना उसका धर्म है,
उससे सबक लेना हमारा कर्म है,
ढलते सूरज की अब तरह बन जाना है,
सारे दुखो को भूल सुबह नई किरण सी जगाना है,
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
#m_rwriter
•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
वो खूब जानती है हाल मेरा,
यूं ही जुल्फें वो अपनी खुली नहीं रखती।।
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
❤️ 💜
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वो खूब जानती है हाल मेरा,
यूं ही जुल्फें वो अपनी खुली नहीं रखती।।
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
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Forwarded from #𝔪_𝔯𝔴𝔯𝔦𝔱𝔢𝔯 (Pʀᴀsʜᴀɴᴛ)
अच्छे दिनों में तो सब अपने ही होते है,
बुरे दिनों की बात ही कुछ और है।।
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
बुरे दिनों की बात ही कुछ और है।।
-लफ़्ज-ए-प्रशान्त✍🏻
•?((¯°·..• कलम-ए-इश्क •..·°¯))؟•
वो दिल हज़ार बार तोड़े तो भी मंज़ूर है....
किसी और का होना अब इस दिल को गंवारा नहीं...!!🩵
🖊️☕𝒦𝒶𝓁𝒶𝓂-𝒜𝑒-𝐼𝓈𝒽𝓀 ☕🖊️
वो दिल हज़ार बार तोड़े तो भी मंज़ूर है....
किसी और का होना अब इस दिल को गंवारा नहीं...!!🩵
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