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– तेलंगाना सरकार ने मई 2025 में वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 की धारा 36A के अनुसार कवाल टाइगर रिजर्व को ‘कुमराम भीम संरक्षण रिजर्व’ के रूप में अधिसूचित किया।
कुमराम भीम संरक्षण रिजर्व
– वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की धारा 36 (A) के अनुसार राज्य सरकार यह अधिकार है कि वह अपने पास मौजूद किसी भी जमीन को संरक्षित क्षेत्र (जैसे: राष्ट्रीय उद्यान या अभयारण्य) घोषित कर सकती है।
– विशेष रूप से वह क्षेत्र जो राष्ट्रीय उद्यानों या अभयारण्यों के पास हों और जो दो संरक्षित इलाकों को आपस में जोड़ते हों।
नोट : वर्तमान में देश में 58 टाइगर रिजर्व है।
कुमराम भीम संरक्षण रिजर्व
– कुमराम भीम कंजर्वेशन रिजर्व का प्रस्तावित क्षेत्र 1,492.88 वर्ग किलोमीटर है।
– यह कागजनगर और आसिफाबाद वन क्षेत्रों और 78 आरक्षित वन खंडों में फैला हुआ है।
– यह रिजर्व महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के वन्यजीव गलियारे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
– यह कवाल टीआर को ताड़ोबा अंधारी टाइगर रिजर्व (टीएटीआर), कन्हारगांव, तिप्पेश्वर, चपराला और इंद्रावती टीआर से जोड़ता है।
– बाघों के अलावा, यह क्षेत्र तेंदुआ, जंगली कुत्ता, भालू, भेड़िया, लकड़बग्घा जैसे मांसाहारी और गौर, सांभर, नीलगाय, चीतल जैसे शाकाहारी जानवरों का प्राकृतिक घर है।
– यहां पक्षियों की 240 से अधिक प्रजातियां पाई जाती हैं।
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