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उस के लहजे में बर्फ़ थी लेकिन
छू के देखा तो हाथ जलने लगे

अज्ञात
11🔥3👍2
तुमको अपने बचपन मे ले जाएगी
तुम एक बार मेरी बेटी से मिल तो लो

अज्ञात
14
जब जब मैं वक्त से तेज चलने की कोशिश करता हूँ ,
तब तब वक्त मुझे दुगनी रफ्तार से पुरानी यादों में उलझा देता है.....
और इस तरह मैं हमेशा उससे पीछे रह जाता हूँ

🙂
Sunil ydv SS
👍1410
जैसा आप तलाश कर रहे हो....
हाँ मैं बिल्कुल वैसा ही हूँ

मगर सिर्फ कुछ दिन तक

Sunil ydv SS
13🔥5👍3
जब भी मेरा ख्याल आए
अपना ख्याल रखना तुम

अज्ञात
21👍2🔥1
एक सुकून को पाने की ज़िद में ,
कितनी बेचैनियाँ पाल ली हमने...

मंज़िल पे भी पहुँच के मयस्सर नहीं सकूँ
मजबूर इस क़दर हैं शुऊर-ए-सफ़र से हम

अज्ञात
19👍3👏2
मैं जिस के हाथ में इक फूल दे के आया था
उसी के हाथ का पत्थर मिरी तलाश में है

- कृष्ण बिहारी नूर
13👍5
तुमसे बढ़कर इस दुनिया में कौन मेरे नजदीक है
एक तुम ही तो हो जिसका दिल दुखा सकता हूँ मैं

अज्ञात
12👍5
I accepted
ख़ुद का दर्द, ख़ुद से ज़्यादा, कोई नहीं समझ सकता !

अज्ञात
28
मुझे क्या खबर थी मुझे दुसरो ने बताया
मैं कैसा हु, क्या आदमी हूं
ये सब सुनके मुझको भी लगने लगा है कि
मैं वाकई एक बुरा आदमी हूं

अज्ञात
16
कोई भी जीते
हारूँगा तो मैं ही…

अज्ञात
24👍1
मौक़ा मिला तो जी लिया इक पल किसी के साथ
आगे न जाने क्या हो मेरी ज़िंदगी के साथ

तुमसे ये मुलाक़ात मेरी आखरी ज़िद थी
अब मर भी गया तो मरूँगा इस ख़ुशी के साथ

~ मणिका
27👏4🔥1
तुम भी तरशोगे बात करने को,
बात जाने दो चार कंधों तक..!!!

अज्ञात
22
रंगों में वो रंग कहाँ,
जो रंग लोग बदलते है

अज्ञात
15🔥4
खुल के रोने की तमन्ना थी हमें
एक दो आँसू निकल कर रह गए

सूफ़ी ग़ुलाम
9🔥6
मैं चिल्लाया,
किसी ने सुना नहीं।

अब चुप हूँ,
तो ज़माना पूछता है।

- सानिध्य 🌷
23👏2
अगर कोई तुम्हारी प्रतीक्षा में नहीं है
तो तुम्हारा उस जगह लौटना व्यर्थ है।

- ऐश्वर्या शर्मा
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सारी दुनिया से लड़े जिसके लिए
एक दिन उसने भी झगड़ा कर लिया
👍92
कभी-कभी ज़िंदगी हमें ऐसे रिश्तों से मिलवाती है, जिनसे हम उम्मीद करते हैं कि वे हमारे जीवन का स्थायी हिस्सा बनेंगे। हम उन पर भरोसा करते हैं, अपने सपनों और कमज़ोरियों तक को सौंप देते हैं। पर जब वही रिश्ता अधूरा छूट जाता है, तो दिल में एक गहरा खालीपन रह जाता है। उस वक़्त हमें लगता है कि हमने सब कुछ खो दिया, लेकिन सच यह है कि हमने कुछ पाया भी है—तजुर्बा, समझ और अपने आप को फिर से खोजने की ताक़त।

असल में रिश्ते टूटने का अफसोस हमेशा बना रहता है, मगर यह अफसोस ही हमें सिखाता है कि उम्मीदें दूसरों से नहीं, अपने कर्म और आत्मबल से रखनी चाहिए। हर टूटन हमें और मज़बूत करती है और हमें यह एहसास दिलाती है कि ज़िंदगी में आगे बढ़ना ही असली जीत है।

Sunil ydv SS
👏119👍4
2025/10/04 17:17:20
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